Wednesday 15 August 2012

गरीब का हक

गरीब के हक का कोई सामान अगर कोई ले कर भाग जाये तो हम उसे दौड कर पकड्ने का प्रयास करते है । लेकीन गरीब का मीट्टी तेल ,अनाज , घर , बीजली, और उस्के हक का काम कुछ लोग थोडा सा लालच दे कर खरीद रहे है और गरीब के लीये सरकार दवारा गरीब को इन चीजो पर दी जा रही सब्सीडी को व्यपारीयो के हाथो बेच कर गरीबो के हक को अपने नीजी फायेदे मे बदल कर न केवल गरीब की मजबुरी से अपना लाभ अर्जीत कर रहै है        बलकी गरीबो के जीवेन स्तर सुधारने के लीये सरकारो के दवारा कीये जा रहै सार्थक प्रयास को भी अवरुध करने मे लगे हुये है ।
                                            अब तो ये दो कदम और आगे बड कर गरीबो को ढाल बना कर गरीबो के लीये स्वास्थ पर मीलने  वाली सरकार की और से नगद राशी को नीजी हास्पीटल से साठ गाठ कर खाने मे लगे हुए है ।
 सरकार वीधान सभाओ, और देश की संसद मे आकडे दे कर खुश है की हमने फला फला योजना के माध्यम से  इतने हजार लोगों को लाभ पहुचा कर उनका जिवन स्थर उपर उठाया है । जब्की धरातल मे बील कुल इसके वीपरीत  होता है ।और सरकार अप्रत्यक्ष रुप से उन लोगों का जिवन स्थर उपर उठाने का काम कर देती है जो उसके लीये पात्र नही थे और जो पात्र थे वो अपने आप को ठगे से महसुस कर रहै है ।

1 comment:

  1. गरीब पर ही तो सबका जोर चलता है ..
    बहुत बढ़िया सार्थक चिंतनशील आलेख

    ReplyDelete